मुनाफा 90% गिरा, फिर भी जोमैटो का शेयर क्यों उछल रहा है?

जोखिम के बावजूद निवेशकों का भरोसा: जानिए जोमैटो के शेयर में तेजी के पीछे की असली वजहें और भविष्य की संभावनाएं।

22 जुलाई 2025, नई दिल्ली – भारतीय शेयर बाजार में आज जोमैटो (Eternal Ltd.) के शेयरों ने 7-14% की जबरदस्त उछाल दर्ज की, जबकि कंपनी ने अपनी तिमाही रिपोर्ट में शुद्ध मुनाफे में 90% की भारी गिरावट की घोषणा की। यह विरोधाभास हर निवेशक और बाजार विश्लेषक के दिमाग में एक सवाल छोड़ गया है: आखिर ऐसा क्या है कि मुनाफा कम होने के बावजूद जोमैटो के शेयर आसमान छू रहे हैं? इस ब्लॉग में, हम जोमैटो के ताजा वित्तीय नतीजों, बिजनेस रणनीति, और बाजार की भावनाओं का गहराई से विश्लेषण करेंगे ताकि इस रुझान के पीछे के कारणों को समझ सकें।


जोमैटो के Q1 FY26 नतीजे: तथ्य और आंकड़े

जोमैटो की पैरेंट कंपनी Eternal Ltd. ने अप्रैल-जून 2025 (Q1 FY26) के लिए अपने वित्तीय नतीजे जारी किए। आइए, प्रमुख आंकड़ों पर एक नजर डालें:

  • कुल आय: ₹7,521 करोड़ (पिछले साल: ₹4,442 करोड़, 70% वृद्धि)

  • मुख्य परिचालन राजस्व: ₹7,167 करोड़ (पिछले साल: ₹4,206 करोड़, 70% वृद्धि)

  • शुद्ध मुनाफा: ₹25 करोड़ (पिछले साल: ₹253 करोड़, 90% गिरावट)

  • कुल लागत: ₹7,433 करोड़ (पिछले साल: 77% वृद्धि)

  • डिलीवरी खर्च: ₹1,869 करोड़ (पिछले साल: ₹1,328 करोड़, ₹541 करोड़ की वृद्धि)

मुनाफे में गिरावट के पीछे कई कारण हैं। कंपनी ने हाल ही में Paytm से Orbgen Technologies (मूवी टिकटिंग) और Wasteland Entertainment (इवेंट्स) को ₹2,014 करोड़ में अधिग्रहित किया, जिससे एकीकरण लागत और मूल्यह्रास व्यय बढ़ा। इसके अलावा, ब्लिंकिट (क्विक कॉमर्स) और हाइपरप्योर (B2B सप्लाई) जैसे नए सेगमेंट में नुकसान ने समग्र लाभप्रदता पर असर डाला।


शेयरों में उछाल के पीछे की कहानी

जोमैटो के शेयरों में तेजी का कारण कंपनी की अल्पकालिक चुनौतियों से परे इसकी दीर्घकालिक विकास संभावनाओं पर निवेशकों का भरोसा है। आइए, प्रमुख कारणों को समझते हैं:

1. ब्लिंकिट: क्विक कॉमर्स का नया सितारा

जोमैटो का क्विक कॉमर्स आर्म, ब्लिंकिट, इस तिमाही में स्टार परफॉर्मर रहा। ब्लिंकिट की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) में 127% की सालाना वृद्धि हुई, और इसका राजस्व ₹2,400 करोड़ तक पहुंच गया (पिछले साल: ₹942 करोड़)। पहली बार, ब्लिंकिट का नेट ऑर्डर वैल्यू (NOV) जोमैटो के फूड डिलीवरी बिजनेस से आगे निकल गया।

ब्लिंकिट अब इन्वेंट्री-लेड मॉडल की ओर बढ़ रहा है, जिससे अगली कुछ तिमाहियों में मार्जिन में 1% तक की वृद्धि की उम्मीद है। निवेशक इसे भविष्य की लाभप्रदता का मजबूत संकेत मान रहे हैं। ब्लिंकिट के 2,000 डार्क स्टोर्स तक विस्तार की योजना और नए शहरों में पहुंच ने बाजार का उत्साह और बढ़ाया है।

2. मजबूत राजस्व वृद्धि

जोमैटो ने राजस्व के मोर्चे पर शानदार प्रदर्शन किया। कंपनी का कुल परिचालन राजस्व 70% बढ़कर ₹7,167 करोड़ हो गया। सेगमेंट-वार राजस्व इस प्रकार रहा:

  • फूड डिलीवरी: ₹2,261 करोड़ (32% हिस्सा)

  • हाइपरप्योर: ₹2,295 करोड़ (32% हिस्सा)

  • ब्लिंकिट: ₹2,400 करोड़ (34% हिस्सा)

यह विविधता और मजबूत वृद्धि जोमैटो की मार्केट लीडरशिप और स्केलिंग क्षमता को दर्शाती है, जिसने निवेशकों का विश्वास जीता है।

3. रणनीतिक विस्तार और नवाचार

जोमैटो ने अपने डिस्ट्रिक्ट ऐप में रिटेल और एक्टिविटीज टैब लॉन्च किए, जिसका उद्देश्य उपयोगकर्ता जुड़ाव बढ़ाना और नुकसान कम करना है। कंपनी का क्विक कॉमर्स और B2B सेगमेंट में निवेश, साथ ही अधिग्रहण रणनीति, बाजार को यह संदेश दे रही है कि जोमैटो भविष्य के लिए तैयार है। विश्लेषकों का मानना है कि ये कदम लंबे समय में कंपनी को एक टेक्नोलॉजी और रिटेल दिग्गज के रूप में स्थापित करेंगे।

4. बाजार की सकारात्मक भावना

X और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेंड्स के अनुसार, निवेशक जोमैटो को एक क्विक कॉमर्स लीडर के रूप में देख रहे हैं। कई पोस्ट्स में कहा गया कि “बाजार मुनाफे की बजाय वृद्धि को पुरस्कृत कर रहा है।” जोमैटो का P/E अनुपात (315) भविष्य में असाधारण मुनाफा वृद्धि की उम्मीद को दर्शाता है।


जोखिम और चुनौतियां

जोमैटो के सामने कई चुनौतियां भी हैं:

  • प्रतिस्पर्धा: स्विगी, जेप्टो, और अमेजन जैसे प्रतिस्पर्धी क्विक कॉमर्स में दबाव बढ़ा रहे हैं।

  • नियामक जोखिम: टैक्स से संबंधित कानूनी विवाद और डार्क स्टोर्स के लिए भारी पूंजीगत व्यय कंपनी की लाभप्रदता पर असर डाल सकते हैं।

  • अल्पकालिक नुकसान: ब्लिंकिट और हाइपरप्योर जैसे नए सेगमेंट अभी भी नुकसान में हैं, जो अल्पकालिक मुनाफे को प्रभावित कर सकता है।


निवेशकों के लिए क्या है सबक?

जोमैटो का मामला एक बार फिर साबित करता है कि शेयर बाजार में अल्पकालिक मुनाफे से ज्यादा दीर्घकालिक विकास की संभावनाएं मायने रखती हैं। निवेशकों को जोमैटो की रणनीति, क्विक कॉमर्स में इसकी बढ़त, और बाजार की भावनाओं पर नजर रखनी चाहिए। हालांकि, प्रतिस्पर्धा और नियामक जोखिमों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।


निष्कर्ष

जोमैटो के शेयरों में उछाल का कारण कंपनी की मजबूत राजस्व वृद्धि, ब्लिंकिट की सफलता, और भविष्य की रणनीति पर निवेशकों का भरोसा है। भले ही मुनाफा 90% गिर गया हो, बाजार जोमैटो को भारत के क्विक कॉमर्स और ऑनलाइन रिटेल के भविष्य के रूप में देख रहा है। लेकिन निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि प्रतिस्पर्धा और लागत से जुड़े जोखिम अभी भी बने हुए हैं।

निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। यह लेख केवल सूचना के लिए है और निवेश सलाह नहीं है।

क्या आप जोमैटो के शेयरों में निवेश पर विचार कर रहे हैं? नीचे कमेंट में अपनी राय साझा करें!

Frequently Asked Questions

मुनाफा 90% गिरने के बाद जोमैटो के शेयर में तेजी क्यों आ रही है?

जोमैटो के शेयर में तेजी का मुख्य कारण निवेशकों की भविष्य की उम्मीदें और कंपनी के विकास की रणनीतियाँ हैं। वे मानते हैं कि वर्तमान घाटा अस्थायी है और आने वाले समय में कंपनी मुनाफा बढ़ाएगी।

क्या जोमैटो की मार्केट पोजीशन मजबूत है?

हाँ, जोमैटो भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म में से एक है और इसका मार्केट शेयर काफी मजबूत है। इसका विस्तार और नए बिजनेस मॉडल निवेशकों का भरोसा बढ़ाते हैं।

क्या घाटा कंपनी के लिए चिंता का विषय है?

वर्तमान घाटा जरूर चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन स्टार्टअप और टेक कंपनियों में आरंभिक वर्षों में घाटा सामान्य होता है। जोमैटो ने निवेश और विस्तार पर ज्यादा ध्यान दिया है।

क्या जोमैटो के पास मुनाफा कमाने की क्षमता है?

जी हाँ, कंपनी ने अपनी कमाई बढ़ाने के लिए कई नए प्रोडक्ट्स और सेवाएं शुरू की हैं, जैसे कि ग्रोसरी डिलीवरी, सब्सक्रिप्शन मॉडल आदि, जिससे मुनाफा बढ़ने की संभावना है।